पृथ्वी हमारा घर है, इसलिए प्रकृति औऱ धरती के साथ समन्वय बनाकर रहना इंसानों के लिए महत्वपूर्ण है। इसी विश्वास को पक्का करने के लिए International Mother Earth Day या अंतर्राष्ट्रीय पृथ्वी दिवस मनाया जाता है।
नाम | अंतर्राष्ट्रीय पृथ्वी दिवस या International Mother Earth Day |
कब | हर साल 22 अप्रैल को |
शुरुआत | 22 अप्रैल 2010 से |
किसने शुरू किया | संयुक्त राष्ट्र संघ महासभा ने Resolution A/RES/63/278 के तहत |
किसके द्वारा | पूरी दुनिया द्वारा |
अंतर्राष्ट्रीय पृथ्वी दिवस (International Mother Earth Day) क्या है?
यह दिन पृथ्वी को सभी प्राणियों को जिंदा रखने वाली जगह के रूप में प्रदर्शित करता है। आपसी सहयोग को ध्यान में रखकर, अपनी जिम्मेदारियों को समझते हुए, यह दिन हमें प्रकृति के साथ अपने रिश्ते बेहतर बनाने के लिये प्रेरित करता है।
अंतर्राष्ट्रीय पृथ्वी दिवस (International Mother Earth Day) क्यों मनाया जाता है?
इस दिन की शुरुआत करते समय संयुक्त राष्ट्र संघ की जनरल महासभा में कहा था “यह पृथ्वी और इसका वातावरण सब प्राणियों का घर है। इसलिए पृथ्वी और प्रकृति के साथ समन्वय बनाना बेहद जरूरी है। अंतर्राष्ट्रीय पृथ्वी दिवस इंसानों और प्रकृति तथा पृथ्वी के बीच एक सकारात्मक सम्बद्ध स्थापित करने के लिए मनाया जाता है।
अंतर्राष्ट्रीय पृथ्वी दिवस (International Mother Earth Day) का इतिहास
इस दिन की शुरुआत 2009 में संयुक्त राष्ट्र संघ की जनरल महासभा में Resolution A/RES/63/278 के तहत की थी। इस रेसोल्यूशन को बोलिविया ने पेश किया था तथा 50 देशों ने प्रायोजित किया और सबके संयुक्त प्रयासों के तहत 22 अप्रैल 2010 को पहला अंतर्राष्ट्रीय पृथ्वी दिवस मनाया गया था। 2021 में बारहवां अंतर्राष्ट्रीय पृथ्वी दिवस मनाया जाएगा।
अंतर्राष्ट्रीय पृथ्वी दिवस (International Mother Earth Day) क्यों महत्वपूर्ण है?
क्योंकि पृथ्वी के अलावा सौर मंडल के किसी दूसरे ग्रह पर जीवन संभव नहीं है। और आज तक की खोज के अनुसार किसी अन्य ग्रह पर जीवन होने के कोई पुख्ता सबूत नहीं मिले हैं। इसलिए इंसानों के जीवित रहने तथा आने वाली पीढ़ियों को एक स्वस्थ जीवन जीने के लिए पृथ्वी का संरक्षण बहुत महत्वपूर्ण है।पृथ्वी और उसके वातावरण से संबंधित कुछ डरावने तथ्य:

अंतर्राष्ट्रीय पृथ्वी दिवस 2021 पर सयुंक्त राष्ट्र संघ अध्यक्ष का संदेश
- धरती हर साल 4.7 मिलियन (40.7 लाख हेक्टेयर) वन क्षेत्र को खो देती है। यह क्षेत्रफल लगभग डेनमार्क देश के बराबर है।लगभग 10 लाख प्राणियों की प्रजातियां विलुप्त होने की कगार पर पहुंच चुकी हैं।
- WMO (World Meteorology Organization) की रिपोर्ट के अनुसार आखरी दशक (2011-2020) इतिहास का सबसे गर्म दशक रहा है। साथ ही 2015 से लेकर 2020 तक धरती का तापमान लगातार बढ़ रहा है।
- साल 1900 से तुलना करें तो 2020 का तापमान 1.2℃ ज्यादा है।अंटार्कटिका महाद्वीप में गर्मी बढ़ने की दर बाकी दुनिया से दोगुनी है, जिसकी वजह से 1993 से लेकर आजतक समुंद्री पानी का स्तर 3 मिलीमीटर प्रतिवर्ष की दर से बढ़ रहा है।
- वातावरण की कार्बन डाई आक्साइड (CO2) की वजह से समुद्री पानी का अम्लीय स्तर बढ़ रहा है। क्योंकि वातावरण की 23% CO2 को समुद्र सोख लेते हैं। यह अम्लीयता वन्य जीवों के लिए सबसे खतरनाक होती है।
- पानी का बढ़ता हुआ स्तर समुद्री किनारे बसे शहरों और देशों के लिये हानिकारक साबित हो सकता है।वातावरण के इस परिवर्तन से दुनिया के मौसम भी बिगड़ रहे हैं, परिणामस्वरूप अनियमित बारिश, जंगली आग, तूफ़ानों की वजह से दुनिया को अर्थव्यवस्था और जान माल का नुकसान हो रहा है।

पृथ्वी को बेहतर बनाने के लिए क्या योगदान कर सकते हैं
इसके लिए हमे 3 सिद्धातों पर काम करना चाहिए और हर इंसान को अपनी अपनी जिम्मेदारी के साथ पृथ्वी को आने वाली पीढ़ियों के लिए सुरक्षित और रहने लायक रखने में योगदान देना चाहिए। ये 3 सिद्धान्त हैं:
1. Reuse (दोबारा प्रयोग करें)
हमें सामान को फेंकने की बजाए उनको बार बार प्रयोग करना चाहिए, जिससे धरती के संसाधन सुरक्षित रह सकें। पैसे आपके हो सकते हैं परंतु संसाधन सबके लिए होते हैं, इसलिए सीमित प्रयोग पर ध्यान देना चाहिए। जैसे
- सामान लाने के लिए प्लास्टिक बैग की अपेक्षा कपड़े का बैग प्रयोग करें, जिसको कई दिन तक प्रयोग किया जा सके, इससे प्लास्टिक waist कम होगा।
- घर की बेकार हो चुकी चीजों को फैंकने की बजाए किसी ओर प्रयोग में ला सकते हैं या जरूरत मन्दो को दे सकते हैं, जैसे कपड़े, पुराने बर्तन, पुराना फर्नीचर, बिजली का सामान आदि।
- प्लास्टिक के बर्तनों की बजाए धातु के बर्तन प्रयोग करें, खासकर शादी समारोह आदि के लिए।
2. Recycle (पुनर्निर्माण)
बहुत सारी वस्तुओं को गलाकर पुनर्निर्माण किया जा सकता है, जैसे प्लास्टिक की बोतलें या बर्तन, इलेक्ट्रॉनिक सामान आदि। तो हमें जिम्मेदारी के साथ ऐसे सामान को सम्बंधित संस्था या कम्पनी को देना चाहिए जिससे कि उसका पुनर्निर्माण हो सके और कचरा कम से कम फैले।
3. Reduce (कमी करना)
इसमें आपको अपने प्रयोग की हर चीज को कम करना है जिससे वातावरण को नुकसान होता हो। उदाहरण के तौर पर
- उपयोग करने के बाद घर के पंखे, कूलर, लाइट आदि बिजली के उपकरण बंद करदें जिससे बिजली की बचत होती है।
- जितनी जरूरत हो उतना खाना बनाऐं ताकि व्यर्थ न हो।
- अगर AC की जरूरत 4 घण्टे चलाने की है तो कोशिश करें 1 गहनता कम चलाने की।
- जहां पैदल या साइकिल पर जा सकते हैं, वहां गाड़ी लेकर ना जायें।
इसके अलावा भी बहुत सारे ऐसे काम हैं जिनसे आप पृथ्वी को संभालकर रख सकते हैं और आने वाली पीढ़ियों के लिये एक बेहतर ग्रह बना सकते हैं।


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