हमारे जीवन की bad habits जो हमे आगे बढ़ने से रोकती हैं
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हम इंसान अपनी रोजमर्रा की जिंदगी में अपनी आदतों के ग़ुलाम होते हैं। हमारी वर्तमान आदतें ही वास्तव में हमारा जीवन होती हैं।
हमारी आदतों का पता हमे तब तक नहीं लगता, जब तक वे हमारे जीवन को बदल नही देती हैं।
वारेन बफ़ेट (दुनिया के तीसरा सबसे अमीर आदमी)
अच्छी आदतें एक इन्वेस्टमेंट की तरह होती हैं, जो समय के साथ दोगुने, तिगुने और 10 गुने तरीके से बढ़ती हैं। इसके विपरीत बुरी आदतें एक loan की तरह होती हैं जो समय के साथ साथ हमें और गर्त में धकेल देती हैं। आइये जानते हैं ऐसी ही कुछ बुरी आदतों के बारे में जो हमारे लिए बहुत हानिकारक हैं।
व्यक्तिगत जीवन की बुरी आदतें
- खुद को सबसे बेहतर समझना
- खुद को सबसे कमजोर समझना
- अपने जीवन की जिम्मेदारी लेने से बचना
- खुद के जीवन का भविष्य दूसरों या भगवान भरोसे छोड़ देना
- अपनी गलतियों के लिए अपनी किस्मत या दूसरों को दोष देना
- कुछ काम करने से बचने के बहाने ढूंढना
- अपनी गलती स्वीकार न करना
- हर बात के लिये झूठ बोलना
- नशा करना
- अपने आने वाले भविष्य के बारे में योजनाएं न बनाना
- दूसरे लोगों को अपने नोकर समझना
- लोगों का ग़लत फायदा उठाना
- किसी इंसान को बिना बात चोट पहुंचाना या उसका बुरा करना
- अपनी बेहतरी को छोड़कर दूसरों को नीचे गिराने की कोशिश करना
पारिवारिक जीवन की बुरी आदतें
- अपने जीवन के राज और काम काज को परिवार से छिपाना
- बीवी, बच्चों, माता, पिता, भाई, बहन के लिए समय न निकालना
- अपने परिवार से ज्यादा अहमियत अपने काम को देना
- अपने व्यक्तित्व या जरूरतों को अपने परिवार पर थोपना
- परिवार के महत्वपूर्ण फैसलों से दूर रहना या हर फैसले में खुद की इच्छा को ही महत्व देना
- बच्चों को अच्छी शिक्षा न देना
- बच्चों के ऊपर अपनी इच्छाएं औऱ जरूरतें थोपना
- पत्नी/पति औऱ एक दूसरे के परिवार की इज्ज़त न करना
- परिवार के दूसरे लोगों की इज्जत को महत्व न देना
- अपने परिवार के लोगों की दूसरे लोगों के सामने बुराई या बेज़्ज़ती करना
- परिवार के सुख और दुःख में शामिल न होना
विद्यार्थी जीवन की बुरी आदतें
- अपने दोस्तों को देखकर अपने लिए पढाई चुनना
- दोस्तों के साथ स्कूल या कॉलेज जाना औऱ छुट्टी करने पर आप भी न जाना
- कॉलेज में पढ़ाई करते समय किसी और विषय या बातों पर ध्यान देना
- पढ़ाई करने में शर्म करना
- अध्यापकों की बातों को अनदेखा करना
- विद्यार्थी जीवन में अपने करियर को लेकर सीरियस न होना
- इसके अलावा विद्यार्थी जीवन में अपने चहुंमुखी विकास के लिए भी ध्यान देना चाहिए
- अपने विषयों के अलावा अपने व्यवहार, भावनात्मक बुद्धि को सुधारने के लिए भी काम करना चाहिए
व्यवसायिक जीवन की बुरी आदतें
- अपने बॉस की किसी और के सामने बुराई करना
- दिए हुए काम को आने वाले दिन पर टालते रहना
- दिए हुए काम को खत्म ना करके, बीच में ही छोड़ देना
- अपने बॉस को अपने किये हुए काम की रिपोर्टिंग ना करना
- अपने डिपार्टमेंट से ज्यादा अहमियत खुद को देना
- लक्ष्य से दूर हटकर अपने सोचे हुए काम को ही करना
- दूसरे कर्मचारियों के साथ गली गलौच करना
- अपने सहकर्मियों और अपने जूनियर की इज्ज़त न करना
- कम्पनी और उसके नियमों के बारे में नकारात्मक प्रचार करना
- कम्पनी के नियमों को छोड़कर खुद की इच्छानुसार व्यवहार करना
- अपनी दुर्गति के लिए दूसरों को दोष देना (यह आदत व्यक्तिगत जीवन में भी बहुत खतरनाक है)
- कम योग्य होने के बावजूद, अपने बुरी स्थिति के लिए कम्पनी या अपने बॉस को जिम्मेदार बताना
- हर किसी को काम करने के लिए हां कर देना या नकार देना
- कम्पनी या अपने विभाग के लक्ष्यों को छोड़कर, अपनी इच्छानुसार काम करना
- अपने बॉस से झूठ बोलना
- कम्पनी में चोरी करना
- कम्पनी के नियमों का पालन न करना
- भ्र्ष्टाचार करना या करने में मदद करना
- योन शोषण करना
- अपने पद का दुरुपयोग करना
- ईर्ष्यापूर्ण व्यवहार करना
- कम्पनी के काम को घर पर लेकर जाना
- अपने नीचे या ऊपर वाले कर्मचारियों में भेदभावपूर्ण व्यवहार करना
पैसे से सम्बंधित बुरी आदतें
- अपने खर्चे और कमाई का हिसाब किताब न रखना
- कमाई से ज्यादा खर्च करना
- अपनी काबिलियत से महंगे शौक रखना
- पैसे को अनचाही चीजों में खराब करना
- बिना किसी प्लान और आइडिया के व्यवसाय शुरू करना
- अपनी कमाई से कुछ बचत न करना
- भविष्य के बारे में प्लान न बनाना
- अपनी इन्वेस्टमेंट को समय से पहले निकाल लेना या बंद कर देना
- आपातकाल परिस्थितियों के लिए बचत न करना
- जीवन बीमा न कराना
- महंगे फोन, कपड़े, खाना, पार्टी आदि में पैसे बर्बाद करना
- शराब, सिगरेट, नशा आदि में पैसे बर्बाद करना
स्वास्थ्य से सम्बंधित बुरी आदतें
- ज्यादा तला हुआ और वसायुक्त भोजन करना
- चाय, कॉफी आदि का बहुत ज्यादा सेवन करना
- धूम्रपान करना – धूम्रपान कैसे छोड़ें
- देर से सोना
- ज्यादा नमक, मीठा खाना
- हरि सब्जियां, फल आदि न खाना
- ज्यादा तनाव लेना
- चिंता करना
- एक्सरसाइज न करना
- समय समय पर शरीर का चेकअप न करवाना
- अपनी मर्ज़ी से कुछ भी दवाइयां खा लेना
- दवाईयों पर डॉक्टर के बताए हुए परहेज का पालन न करना
- छोटी छोटी बीमारियों को अनदेखा करना
- खाते समय हाथ न धोना
- दांतों में ब्रश न करना
- ज्यादा टीवी, कम्प्यूटर या मोबाइल फोन इस्तेमाल करना
- अपनी भूख से ज्यादा खाना
- दिन में कम पानी पीना
- एक ही तरह का खाना हर रोज़ खाना
- फ़ास्ट फूड का सेवन ज्यादा करना
निष्कर्ष
ये लिखी हुई आदतें हमारे जीवन के लिए बहुत हानिकारक होती हैं। हो सकता है इनका प्रभाव हमें अब न पता चले, पर कुछ समय के बाद हमें नकारात्मक परिणाम दिखने लगे जाते हैं। जैसे एक दिन के व्यर्थ खर्च से हमें कोई प्रभाव नहीं पड़ता परन्तु लम्बे समय तक किया गया व्यर्थ खर्च हमें कंगाल कर सकता है। ऐसे ही एक दिन बाहर के खाने से हमें परेशानी नहीं होती, पर हर रोज़ बाहर खाने से हमें मोटापा, सीने में जलन, मधुमेह जैसी समस्याऐं हो सकती हैं। अतः हमें अपनी बुरी आदतों को जितना जल्दी हो सके छोड़ने की कोशिश करनी चाहिए!
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