शेयर बाजार (Share Market) भी किसी एक मंडी की तरह होता है जिसमें खरीदने वाले औऱ बेचने वाले लोग इकट्ठे होते हैं। लेकिन यहां खरीद फ़रोख़्त सब्जी, कपड़े और किसी सामान की नहीं बल्कि हिस्सेदारी की होती है। इस हिस्सेदारी को ही शेयर कहा जाता है।
शुरुआत में ये खरीद फ़रोख़्त किसी सब्जी या अनाज मंडी की तरह एक दूसरे से मिलकर होती थी, लेकिन आज के समय कम्प्यूटर और इंटरनेट की सुविधा के कारण खरीदने वाला औऱ बेचने वाला एक दूसरे को बिना जाने और बिना मिले ही किसी भी शेयर को खरीद और बेच सकता है।
शेयर (Stock) क्या होता है
यह किसी कम्पनी का हिस्सा होता है। उदाहरण के लिए आपकी खुद की एक कम्पनी है जिसकी कुल कीमत 100 रुपये है। अगर आप कम्पनी की 50% हिस्सेदारी बेचते हैं, वो भी 50 अलग अलग शेयर में। अब इन 50 शेयर में से हर एक शेयर की कीमत 1 रुपए होगी। इस एक रुपए को शेयर कीमत (Share Price) औऱ एक हिस्से को शेयर (Stock) कहा जाता है। अगर मैं आपकी कम्पनी के 10 शेयर खरीदता हूँ तो मुझे 10 रुपए में 10% हिस्सेदारी मिल जाती है।
यह एक बहुत छोटा सा उदाहरण है। वास्तविक उदाहरण लें तो Reliance Industries के कुल शेयर 6,765,994,014 हैं जिसमें से 50.61% शेयर मुकेश अम्बानी और परिवार (Promoters) के पास और बचे हुए 49.39% अलग अलग लोगों के पास हैं। ये शेयर जिस मंडी में मिलते हैं उनको स्टॉक एक्सचेंज कहा जाता है।
स्टॉक एक्सचेंज (Stock एक्सचेंज) क्या होता है
यह एक प्रकार की मंडी है जिसमें अलग-अलग शेयर्स की नीलामी की जाती है। अगर किसी को कोई शेयर बेचना है तो सबसे ऊंची बोली लगाने वाले को बेच दिया जाता है। और किसी को कोई शेयर खरीदना है तो सबसे कम कीमत पर बेचने वाले से खरीद लिया जाता है। भारत में कुल मिलाकर 27 स्टॉक एक्सचेंज काम करती हैं, किंतु इनमें से दो सबसे महत्वपूर्ण हैं, बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE)।
बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE)
यह भारत और एशिया का सबसे पुराना स्टॉक एक्सचेंज है जिसकी शुरुआत 9 जुलाई 1875 को हुई थी। BSE मैं पंजीकृत कंपनियों की जनवरी 2022 में कुल बाजार कीमत 276 लाख करोड़ (US$3.7 trillion) है। BSE में BSE SENSEX S&P, BSE SmallCap S&P, BSE MidCap S&P, BSE LargeCap BSE 500 आदि सूचकांक शामिल हैं।
नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE)
यदि कुल कीमत के मामले में दुनिया का 10वां बड़ा स्टॉक एक्सचेंज है, जिसमे करीब 2002 कम्पनियां पंजीकृत हैं, जिनकी कुल बाज़ार कीमत US$3.4 trillion है। NSE में NIFTY 50, NIFTY 500 औऱ NIFTY next 50 सूचकांक शामिल हैं। भारत और दुनियाभर में NIFTY 50 सूचकांक को भारत देश की स्टॉक मार्केट का सार मानते हैं और सबसे ज्यादा खरीद फरोख्त इसी सूचकांक में करते हैं। 1996 में शुरु हुए इस सूचकांक में भारत की 50 सबसे बड़ी कम्पनियां पंजीकृत हैं।
इन दोनों स्टॉक एक्सचेंज का पैमाना सेंसेक्स और निफ्टी है, जिसकी कीमत के हिसाब से ही शेयर बाजार के उतार चढ़ाव को दर्शाया जाता है।
सेंसेक्स (Sensex) और निफ़्टी (Nifty) क्या हैं
सेंसेक्स यानी बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज देश की 30 सबसे बड़ी कंपनियों का एक सूचकांक है, जिसमें रिलायंस इंफोसिस टीसीएस आदि कंपनियां शामिल हैं। 1 जनवरी 1986 को इसकी शुरुआत हुई थी तथा इसको BSE30 के नाम से भी जाना जाता है। सेंसेक्स की कीमत 25 जनवरी 2022 को 58,858.15 है।
निफ़्टी नेशनल स्टॉक एक्सचेंज के अंतर्गत आता है और इसमें अलग-अलग सेक्टर में से 50 कंपनियों को सूचित किया गया है इसलिए इसके इंडेक्स का नाम भी निफ़्टी 50 है। इसकी शुरुआत 1994 को हुई थी तथा इसके उतार-चढ़ाव से देश के शेयर बाजार की सही चाल का पता चलता है। 25 जनवरी 2022 को NIFTY50 की कुल कीमत 17277.95 है। सेंसेक्स और निफ्टी दोनों की ही कीमत ट्रेडिंग के हिसाब से घटती और बढ़ती रहती है।

सेंसेक्स और निफ्टी की कीमत कम और ज्यादा कैसे होती है
सेंसेक्स निफ़्टी और किसी भी स्टॉक की कीमत कम या ज्यादा होने के पीछे सिर्फ और सिर्फ सप्लाई और डिमांड का नियम ही काम करता है। जब भी किसी शेयर या पूरे इंडेक्स जैसे सेंसेक्स और निफ्टी में खरीदारी ज्यादा और बिकवाली कम होती हैं तो कीमत बढ़ती है और जब खरीदारी कम और बिकवाली ज्यादा होती हैं तो इंडेक्स या स्टॉक की कीमत कम होती है।इस कीमत का निर्धारण ट्रेडिंग के समय होने वाली खरीदारी और बिकवाली पर निर्भर करता है।
शेयर बाजार में खरीदारी और बिकवाली का समय क्या है
भारतीय शेयर बाजार सोमवार से लेकर शुक्रवार तक सुबह 9:15 से शाम 3:30 तक ट्रेडिंग के लिए खुला रहता है। इसके अलावा 15 ऐसी छुट्टियां निर्धारित की गई है जिस दिन शेयर मार्केट पूरी तरह से बंद रहता है। कोई भी ट्रेडर इस समय के हिसाब से शेयर मार्केट में खरीदारी और बिकवाली कर सकता है।
शेयर मार्केट में पैसा कैसे लगाएं
शेयर मार्केट में पैसे लगाने के बहुत तरीके हैं। हालांकि कोई लिखित स्वरूप नहीं है लेकिन ट्रेडिंग के हिसाब से भारतीय शेयर बाजार में 5 तरीकों से पैसे लगाकर ट्रेडिंग की जा सकती है:
1. स्टॉक ट्रेडिंग
इस प्रकार की ट्रेडिंग में सीधे किसी कंपनी का शेयर खरीदा और बेचा जाता है। उदाहरण के लिए अगर आपको इंफोसिस का शेयर 27 जनवरी 2022 को सुबह खरीदना है तो उसकी कीमत 1,722 रुपए है। अतः आपको 10 शेयर खरीदने के लिए लगभग ₹17,220 खर्च करने होंगे और अपने हिसाब से आप उसकी कीमत बढ़ने पर 10 शेयर बेच भी सकते हैं। आपके खरीदने और बेचने की कीमत में जो भी फर्क होगा वही आपका लाभ या नुकसान होता है। इस प्रकार की ट्रेडिंग में आप 1 से लेकर 1 लाख तक कितने भी शेयर खरीद व बेच सकते हैं।

2. ऑप्शन ट्रेडिंग
इस प्रकार की ट्रेडिंग में Call (CE) और Put (PE) दो ऑप्शन काम करते हैं। यह ट्रेडिंग बहुत जोखिम भरी तथा अपेक्षाकृत ज्यादा लाभ कमाने के लिए की जाती है। उदाहरण के लिए इंफोसिस का आपको अंदाजा है की फरवरी महीने के अंत में 1850-60 तक पहुंच सकता है, फिलहाल INFY Feb 1860 CE की कीमत 16.80 है। जिसका एक लॉट (300 शेयर) खरीदने के लिए आपको Zerodha में लगभग ₹5,040 खर्च करने होंगे। ध्यान देने वाली बात यह है कि कॉल और पुट ऑप्शन 1 महीने की 1 तारीख को खुलते हैं तथा आखरी ट्रेडिंग तारीख को बंद हो जाते हैं। फरवरी महीने के कॉल और पुट ऑप्शन 24 फरवरी को बंद हो जाएंगे। इसलिए जो भी ऑप्शन आपने खरीदा होगा वह 24 फरवरी को अपने आप ही बिक जाएगा और उसके हिसाब से आप का लाभ और हानि आपके खाते में आ जाएगा।

3. FUTURE ट्रेडिंग
इसको नॉर्मल शेयर ट्रेडिंग की तरह ही मान सकते हैं। लेकिन इसमें किसी शेयर की वर्तमान कीमत नहीं बल्कि उसके भविष्य की कीमत पर पैसे लगाए जाते हैं। उदाहरण के लिए इंफोसिस शेयर की वर्तमान में कीमत 1722 रुपए है और इसके INFY FEB FUTURE की कीमत 1725 रुपए पर चल रही है। FUTURE ट्रेडिंग में भी आप एक दो शेयर नहीं बल्कि पूरा एक लॉट खरीद सकते हैं। अतः INFY FEB FUTURE खरीदने के लिए आपको 300 शेयर के LOT के हिसाब से लगभग ₹92,726 खर्च करने पड़ेंगे। यह शेयर फरवरी के अंत में अपने आप बिक जायेंगे और आपका फायदा या नुकसान आपके ट्रेडिंग अकाउंट में क्रेडिट या डेबिट हो जाएगा।

4. INDEX ट्रेडिंग
इस प्रकार की ट्रेडिंग में आप किसी पूरे इंडेक्स को खरीद या बेच सकते हैं जैसे NIFTY50, NIFTY BANK, NIFTY AUTO, NIFTY IT आदि। लेकिन इस में ध्यान देने योग्य बात यह है कि यह ट्रेडिंग भी Call, Put और FUTURE में ही की जा सकती है। जिसके लिए आपको LOT के हिसाब से पैसे इन्वेस्ट करने होंगे तथा समय का निर्धारण भी करना होगा। उस समय के अनुसार आपकी ट्रेडिंग पूरी हो जानी चाहिए नहीं तो आपका खाताधारक उसको अपने आप बेच या खरीद देगा और नफा या नुकसान आपको मिल जाएगा। उदाहरण के लिए NIFTY50 FEB 38,050 की कीमत ₹51 है और 50 के LOT के हिसाब से आपको कम से कम ₹2,550 रुपए लगाने होंगे।

5. Commodity ट्रेडिंग
इस ट्रेडिंग में भी आपको Index ट्रेडिंग के हिसाब से खरीदारी ओर बिकवाली करनी है। लेकिन यहां ट्रेडिंग वस्तुओं की कीमत की होती है। ये वस्तुएं कुछ भी हो सकती हैं जैसे कि डॉलर, पाउंड, सोना, चांदी, तेल, कपास, गेहूं आदि। इसमें भी आपको एक निर्धारित समय और lot के हिसाब से ही ट्रेडिंग करनी होती है। उदाहरण के लिए GOLD FEB FUTURE की कीमत ₹48,841 है और कम से कम 1 Quantity आपको खरीदने के लिए ₹48,841 रुपए खर्च करने होंगे।

इनमें से नॉर्मल स्टॉक ट्रेडिंग में अनलिमिटेड समय सीमा तथा ऑप्शन, FUTURE, INDEX और COMMODITY ट्रेंडिंग में एक निर्धारित समय सीमा के अंदर ही खरीदारी ओर बिकवाली की प्रक्रिया को पूरा करना होता है। इसलिए ही नॉर्मल स्टॉक ट्रेडिंग अपेक्षाकृत कम जोखिम भरी होती है। क्योंकि इसमें आप अपने हिसाब से खरीदने ओर बेचने की समय सीमा का निर्धारण कर सकते हैं।
कोई भी स्टॉक कैसे खरीदते हैं
स्टॉक या शेयर खरीदने के लिए एक Demat अकाउंट की जरूरत होती है। यह अकाउंट, नॉर्मल बैंक अकाउंट से अलग होता है। बहुत सारी ऐसी कम्पनियां हैं जो Demat अकॉउंट की सुविधा देती हैं। जैसे Zerodha, Upstock, Groww, ICICI Direct, 5 Paisa आदि। अकॉउंट खोलने के बाद हर कम्पनी अपनी एक एप्लिकेशन पे स्टॉक खरीदने और बेचने की सुविधा देती हैं, जोकि बहुत आसान है।
Zerodha में स्टॉक खरीदने और बेचने का तरीका।
कोई भी ट्रेडिंग करने पर कुछ charges लगते हैं जो हर कंपनी में अलग अलग होते हैं।
Stock trading में कितने charges लगते हैं
एक साधारण उदाहरण की बात की जाए तो Zerodha में 10,000 के शेयर खरीदने और 10,000 के शेयर बेचने पर लगभग ₹11.21 के charges लगते हैं। किसी भी ट्रेडिंग पर निम्न charges लगते हैं:
Charges | Equity Delivery | Equity Intraday |
Brokerage | Zero | 0.03% or ₹20 हर आर्डर पूरा होने पर (दोनों में जो भी कम होगा) |
STT/CTT | 0.1% Buy और Sell दोनों पर | 0.025% सिर्फ Sell करने पर |
लेनेदेन Charges | 0.00345% | 0.00345% |
GST | 18% (Brokerage + लेनेदेन Charges) | 18% (Brokerage + लेनेदेन Charges) |
SEBI charges | ₹10/करोड़ | ₹10/करोड़ |
Stamp charges | 0.015% या 1500/करोड़ सिर्फ buy करने पर | 0.003% या 300/करोड़ सिर्फ buy करने पर |
EQUITY Delivery: जब किसी शेयर को खरीदकर उसको एक दिन से ज्यादा होल्ड रखते हैं या एक दिन से ज्यादा दिन में बेचते हैं।
EQUITY Intraday: जब भी किसी शेयर को एक दिन में खरीदकर बेच भी देते हैं।
शेयर बाजार में नुकसान से बचने के टिप्स
वैसे तो share market के बारे में लगभग हर वेबसाइट और youtube पर जानकारी उपलब्ध है, लेकिन यह बहुत जरूरी है कि आंख बन्द करके भरोसा करने की बजाय खुद कुछ आधारभूत जानकारी हासिल कर लेनी चाहिए। ऐसा करने से आपके नुकसान को नियंत्रित कर सकते हैं। नीचे लिखी कुछ बातें ध्यान में रखनी बहतु जरूरी हैं:
1. Invest करने से पहले जानकारी हासिल करें
Stock market में निवेश करने से पहले buy/sell करने खासकर option और index trading के बारे में आधारभूत जानकारी लेना बहुत जरूरी है। जैसे कितना नुकसान हो सकता है, कहाँ पर जाकर अपनी position को बेचना है और कहां पर hold करना है।
2. शुरुआत में कम पैसे से शुरुआत करें
अनुभव से बड़ी सिख कुछ नही होती। इसलिए अपनी यात्रा की शुरुआत कम पैसे ही करें। इस दौरान आपको stock market के उतार चढ़ावों का एक वास्तविक अनुभव होगा जो भविष्य में आपके लिए बहुत फायदेमंद साबित होगा।
3. अच्छे और मजबूत शेयर में ही पैसे इन्वेस्ट करें
बहूत लोग खासकर शुरुआती दौर में कम पैसे में ज्यादा से ज्यादा शेयर खरीदना चाहते हैं, और वो लोग चुनाव करते हैं सस्ते शेयर का। लेकिन शेयर की कीमत कम होना अच्छे लाभ की गारंटी नहीं है। लालच में आकर या कोई भी ऐसा वैसा वीडियो देखकर पैसे न लगाएं। ऐसा करने से आपको सिर्फ और सिर्फ नुकसान ही होगा।
4. शेयर पर नहीं कम्पनी के बिजनेस में पैसा लगाएं
यह बात सुनने में थोड़ी से अजीब लग सकती है। लेकिन एक अच्छे और दूरगामी सोच के साथ ही कम्पनी के शेयर के अलावा उसके बिज़नेस के बारे में जान लेना बहुत महत्वपूर्ण है। उदाहरण के लिए भविष्य में इलेक्ट्रिक व्हीकल, सौर ऊर्जा, डिजिटल बिज़नेस, होम डिलीवरी, रोबोटिक आदि क्षेत्रों में बहुत विकास होने की सम्भावना है। इसलिए जो भी कम्पनियां इन क्षेत्रों में काम करती हैं, जिनका मैनेजमेंट अच्छा है तथा आर्थिक रूप से शसक्त हैं वो कम्पनियां भविष्य में बहुत अच्छा विकास करने वाली हैं।

5. हमेशा long term सोच के साथ ही stock market में पैसे लगाएं
Stock market कोई जुए का अड्डा या सट्टा नहीं है जिसमें सुबह पैसा लगाएं और शाम को अमीर हो जाएं। इसमें भी किसी अन्य बिज़नेस की तरह ही बड़ी सावधानी और निरन्तर प्रयास से पैसे कमाए जा सकते हैं। इसलिए दूरगामी सोच के साथ ही stock market में पैसे लगाने चाहिए।

6. अपनी emotions को नियंत्रित करें
Stock market में शेयर के बारे में आधारभूत जानकारी के अलावा खुद की emotions को control करना भी बहुत जरूरी है। किसी भी शेयर या market के साथ अपनी emotions को ना जोड़ें, नुकसान हो रहा है तो market या किस्मत पर गुस्सा न करें, बिना मतलब की उम्मीद में न रहें, wishfull thinking को अपने ऊपर हावी न होने दें। नुकसान को स्वीकार करें औऱ आने वाले भविष्य के बारे में योजना बनाएं।
शेयर के बारे में आधारभूत जानकारी आपको अच्छे शेयर की पहचान करने में मदद करेगी लेकिन ये emotions ही हैं जो आपको फायदा होने पर सयंमपूर्वक और नुकसान होने पर शांतिपूर्ण फैसले लेने की योग्यता देती हैं।
7. शेयर खरीदने औऱ बेचने का कारण पहचाने
कोई भी शेयर को खरीदने और बेचने का कारण पहचाने और उसके हिसाब से ही trading करें। कोई भी शेयर सिर्फ इसलिए न खरीदें की आपके दोस्त और youtube वाले खरीद रहे हैं। उदाहरण के लिए अगर आपको Tata Power खरीदना है तो यह जानकारी हासिल करें कि भविष्य में कितना बिज़नेस इसको मिलने वाला है, कितना प्रॉफिट कम्पनी कमा रही है आदि। अगर कोई भी red flag दिखाई दे तो इसको बेचने में भी शर्म नही करनी चाहिए।
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